हमास द्वारा इसराइल पर 9/11 जैसा हमला: टेल अवीव गगनचुंबी इमारत पर विनाशकारी योजना
हमास ने इसराइल पर 9/11 जैसा हमला करने की योजना बनाई थी, जिसमें टेल अवीव की गगनचुंबी इमारत को गिराना शामिल था।

मुख्य बिंदु (10 बिंदु, प्रत्येक में 7 वाक्य):
1. हमास की योजना: अक्टूबर 7 हमले से पहले हमास ने इसराइल पर 9/11 जैसा बड़ा हमला करने की योजना बनाई थी, जिसमें टेल अवीव की सबसे ऊँची इमारतों में से एक को गिराने का लक्ष्य था। इस योजना का उद्देश्य इसराइल में भारी तबाही मचाना था। इजरायली अधिकारियों द्वारा प्राप्त दस्तावेज़ों के अनुसार, ये योजना कई साल पहले से तैयार की जा रही थी। इसमें ट्रेनों, नावों और घोड़ों द्वारा खींचे गए रथों का उपयोग भी शामिल था। विशेषज्ञों ने कहा कि योजना अव्यवस्थित और अव्यावहारिक थी। इस हमले से अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की तरह ही एक बड़ा संकट उत्पन्न हो सकता था। हालाँकि, योजना पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाई थी।
2. तेल अवीव गगनचुंबी इमारत: योजना के तहत टेल अवीव की मशहूर मोशे अविव टॉवर और अज्रेली मॉल कॉम्प्लेक्स को निशाना बनाना था। इस इमारत को गिराने का उद्देश्य हमास के अनुसार, इसराइल में व्यापक संकट पैदा करना था। दस्तावेज़ों में यह भी लिखा था कि अगर ये इमारत गिरती है, तो इसराइल पर ऐसा प्रभाव पड़ेगा जैसा अमेरिका पर 9/11 के दौरान हुआ था। इमारत के आसपास के क्षेत्र की ड्रोन तस्वीरें भी प्राप्त की गईं। हालाँकि, हमास को इस इमारत पर हमले की कोई ठोस योजना नहीं मिल पाई।
3. इरानी सहायता की माँग: दस्तावेज़ों में हमास के प्रमुख याहया सिनवार का 2021 का पत्र भी मिला, जिसमें उन्होंने ईरानी नेताओं से आर्थिक और सैन्य सहायता मांगी थी। इस पत्र में सिनवार ने कहा था कि ईरान की मदद से हमास दो वर्षों के भीतर इसराइल को नष्ट कर सकता है। उन्होंने यह भी वादा किया था कि हर पैसा और हर मिनट इस पवित्र उद्देश्य की ओर ही जाएगा। इजरायली और अमेरिकी खुफिया ने इस दस्तावेज़ की पुष्टि की है। यह योजना हमास और ईरान के बीच संबंधों को भी उजागर करती है।
4. हमास की रेल हमले की योजना: हमास ने इसराइल की रेलवे प्रणाली को भी निशाना बनाने की योजना बनाई थी। दस्तावेज़ों में एक विचार शामिल था, जिसमें ईंधन ले जाने वाली ट्रेन को विस्फोटकों से उड़ाने की योजना बनाई गई थी। इस योजना में ट्रेनों का उपयोग "चलते बम" के रूप में करने की बात कही गई थी। विशेषज्ञों के अनुसार, इस हमले से इसराइल की बुनियादी सुविधाओं पर बड़ा असर हो सकता था। हालाँकि, यह योजना भी अधूरी थी।
5. उपग्रह और ड्रोन से निगरानी: इजरायली अधिकारियों द्वारा प्राप्त 17,000 से अधिक तस्वीरों में इसराइल के शहरों और हवाई अड्डों की उपग्रह और ड्रोन तस्वीरें शामिल थीं। इन तस्वीरों में इजरायली हवाई अड्डों के फ्लाइट पैटर्न भी शामिल थे। इन सबूतों से पता चलता है कि हमास ने इसराइल की सुरक्षा व्यवस्था की गहराई से निगरानी की थी। ये तस्वीरें सोशल मीडिया से भी प्राप्त की गई थीं। दस्तावेज़ों में हमास द्वारा हवाई अड्डे के विभिन्न हिस्सों को भी निशाना बनाने की योजना शामिल थी।
6. ईरानी नेताओं के साथ संबंध: हमास के दस्तावेज़ों में ईरानी नेताओं से समर्थन प्राप्त करने के संकेत मिले हैं। इन दस्तावेज़ों से पता चलता है कि हमास ईरान से बड़े पैमाने पर सैन्य और वित्तीय सहायता की उम्मीद कर रहा था। दस्तावेज़ों में 2021 में भेजे गए पत्र में ईरानी नेताओं को संबोधित किया गया था। इस पत्र में हमास ने दावा किया था कि उनकी योजना सफल होने के लिए सिर्फ ईरानी समर्थन की जरूरत है। इन दस्तावेज़ों को खुफिया एजेंसियों ने गंभीरता से लिया है।
7. ड्रोन और हवाई हमले की योजना: दस्तावेज़ों में हमास ने इजरायल के वायु सेना ठिकानों पर हमले की योजना बनाई थी। इसमें ड्रोन के उपयोग की योजना थी, ताकि सटीक हमले किए जा सकें। ड्रोन द्वारा ली गई तस्वीरें भी योजना का हिस्सा थीं। विशेषज्ञों ने कहा कि ये योजनाएँ इसराइल की वायु सुरक्षा को प्रभावित कर सकती थीं। हालाँकि, इस योजना में कई खामियाँ थीं और इसे पूरी तरह से अमल में नहीं लाया जा सका।
8. चरीट से हमला: हमास की योजना में एक अनोखी रणनीति भी शामिल थी, जिसमें घोड़ों द्वारा खींची गई तीन आदमी वाली गाड़ी (चरीट) से हमला किया जाना था। यह हमला प्रतीकात्मक रूप से दिखाता है कि हमास किस हद तक जाकर इसराइल पर आक्रमण करने की योजना बना रहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि यह रणनीति अव्यावहारिक थी। लेकिन इसका उद्देश्य इसराइल के मनोबल को गिराना था। यह योजना भी अधूरी रह गई।
9. सोशल मीडिया पर निगरानी: हमास ने इसराइल के खिलाफ हमलों की योजना बनाने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया। सोशल मीडिया से प्राप्त तस्वीरों और वीडियो का उपयोग करके हमले के संभावित लक्ष्य चिन्हित किए गए। यह दिखाता है कि हमास आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रहा था। इस जानकारी से इजरायली खुफिया एजेंसियों को महत्वपूर्ण सुराग मिले। हालाँकि, इन योजनाओं में कई खामियाँ थीं।
10. भविष्य की योजना: दस्तावेज़ों में हमास ने इजरायल के खिलाफ भविष्य में और हमले करने की योजना भी बनाई थी। इसमें नए तरीकों से हमले करने की योजनाएँ थीं, जिनमें हवाई हमले और साइकॉलॉजिकल वारफेयर शामिल थे। हमास की योजनाएँ अधूरी थीं, लेकिन उनका उद्देश्य इसराइल पर बड़े पैमाने पर हमले करना था। इजरायली अधिकारियों ने कहा कि इन योजनाओं से भविष्य में भी खतरा बना हुआ है।
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