NPS बनाम UPS: कौन सा पेंशन स्कीम है अधिक फायदेमंद? जानें पूरी गणना के साथ!
केंद्र सरकार ने नया यूनिफाइड पेंशन सिस्टम (UPS) पेश किया, लेकिन क्या यह NPS से बेहतर है? जानें विशेषज्ञों की राय और पूरी गणना के साथ कि किस योजना में ज्यादा लाभ मिलेगा।

क्या NPS की तुलना में नया UPS स्कीम ज्यादा फायदेमंद है? विशेषज्ञों की राय जानें!
भारत में सरकारी कर्मचारियों के लिए पेंशन हमेशा एक महत्वपूर्ण विषय रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन सिस्टम (UPS) पेश किया, जिसे लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। सवाल यह उठता है कि क्या UPS, NPS से ज्यादा फायदेमंद है या यह सिर्फ एक नया नाम भर है? इस रिपोर्ट में हम दोनों योजनाओं की गहराई से तुलना करेंगे और जानेंगे कि कौन-सी स्कीम आपके लिए सही साबित हो सकती है।
UPS बनाम NPS: क्या है मूल अंतर?
NPS (National Pension System) क्या है?
- NPS एक निवेश आधारित पेंशन योजना है, जहां कर्मचारी और सरकार दोनों योगदान करते हैं।
- इसमें जमा राशि पर 9% तक का रिटर्न मिलता है।
- 60% राशि रिटायरमेंट पर मिलती है, जबकि 40% से एन्युइटी खरीदी जाती है।
- रिटायरमेंट के बाद मासिक पेंशन ₹43,374 तक हो सकती है।
UPS (Unified Pension System) क्या है?
- सरकार ने UPS को NPS का विकल्प बताया है।
- इसमें कर्मचारी का योगदान 10% और सरकार का योगदान 18.5% होता है।
- जमा पूंजी पूरी तरह सरकार के पास रहती है, और पेंशन अंतिम वेतन का 50% होगी।
- 25 साल की सेवा के बाद अनुमानित पेंशन ₹50,000 होगी।
किस स्कीम में मिलेगा ज्यादा पैसा? पूरी गणना के साथ समझें
मान लें कि:
- एक सरकारी कर्मचारी की औसत मासिक सैलरी ₹80,000 है।
- उन्होंने 25 साल की सेवा पूरी की है।
योजना | कुल जमा पूंजी | रिटायरमेंट पर मिलने वाली राशि | मासिक पेंशन |
---|---|---|---|
NPS | ₹2.16 करोड़ | ₹1.30 करोड़ (60% राशि) | ₹43,374 |
UPS | ₹2.57 करोड़ | केवल ₹24 लाख | ₹50,000 |
अब अगर NPS में मिली ₹1.30 करोड़ की राशि को फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में रखा जाए, तो 6% ब्याज पर ₹65,000 प्रति माह मिलेगा। अगर इसे NPS से मिलने वाले ₹43,374 की पेंशन से जोड़ा जाए, तो कुल मासिक आय ₹1.08 लाख होगी!
वहीं, UPS में सरकार की ओर से अंतिम वेतन का केवल 50% यानी ₹50,000 ही पेंशन के रूप में मिलेगा। इस हिसाब से, NPS में लगभग ₹46,000 ज्यादा पेंशन और करोड़ों रुपये की जमा पूंजी भी मिलेगी!
तो क्या NPS, UPS से बेहतर विकल्प है?
विशेषज्ञों का मानना है कि NPS ज्यादा लाभदायक है क्योंकि:
✅ इसमें कर्मचारी को अपने पैसे पर अधिक नियंत्रण मिलता है।
✅ रिटायरमेंट के समय बड़ी राशि हाथ में आती है, जिससे वित्तीय सुरक्षा बनी रहती है।
✅ FD या अन्य निवेश विकल्पों के जरिए मासिक आय को और बढ़ाया जा सकता है।
✅ UPS में जमा पूंजी पूरी तरह सरकार के अधीन होगी, जिससे कर्मचारी का वित्तीय नियंत्रण खत्म हो जाएगा।
क्या UPS कर्मचारियों के लिए सही कदम है?
सरकार UPS को सरकारी कर्मचारियों के लिए ज्यादा लाभदायक बता रही है, लेकिन गणना कुछ और ही दर्शा रही है। NPS में कर्मचारी को ज्यादा पैसा और बेहतर रिटर्न मिल रहा है, जबकि UPS में सरकार कर्मचारी के पैसे को नियंत्रित करेगी।
क्या इस पर सरकार फिर से विचार करेगी?
8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की सिफारिशें जल्द आने वाली हैं और संभावना है कि कर्मचारी संगठनों के विरोध के चलते UPS पर सरकार को फिर से विचार करना पड़े।
निष्कर्ष: NPS या UPS, कौन-सा बेहतर?
अगर हम आंकड़ों की बात करें, तो NPS अधिक लाभदायक साबित हो रहा है। जबकि UPS में पेंशन कुछ ज्यादा मिल रही है, लेकिन कर्मचारी को अपनी जमा पूंजी का कोई लाभ नहीं मिल रहा। यदि कोई व्यक्ति अपने भविष्य को सुरक्षित करना चाहता है, तो NPS एक बेहतर विकल्प साबित होगा।
आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि सरकार को NPS को ही जारी रखना चाहिए या UPS सही विकल्प है? नीचे कमेंट में अपनी राय बताएं और हमारे साथ जुड़ें!
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