नई दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: परवेश साहिब सिंह ने अरविंद केजरीवाल को हराया
नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी परवेश साहिब सिंह ने अरविंद केजरीवाल को हराया। जानें पूरी वोटिंग डिटेल्स और चुनावी विश्लेषण।

नई दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: परवेश साहिब सिंह ने अरविंद केजरीवाल को दी मात
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी परवेश साहिब सिंह ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराकर बड़ी जीत दर्ज की।
चुनावी नतीजे (राउंड 14/14 के बाद):
क्रम | प्रत्याशी | पार्टी | EVM वोट्स | पोस्टल वोट्स | कुल वोट्स | वोट प्रतिशत |
---|---|---|---|---|---|---|
1 | परवेश साहिब सिंह | भाजपा | 29,878 | 210 | 30,088 | 48.82% |
2 | अरविंद केजरीवाल | आप | 25,865 | 134 | 25,999 | 42.18% |
3 | संदीप दीक्षित | कांग्रेस | 4,531 | 37 | 4,568 | 7.41% |
4 | वीरेंद्र | बसपा | 142 | 0 | 142 | 0.23% |
5 | नोटा | - | 306 | 8 | 314 | 0.51% |
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत और आम आदमी पार्टी की हार
इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी परवेश साहिब सिंह को कुल 30,088 वोट मिले, जो कुल मतों का 48.82% रहा। वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 25,999 वोट (42.18%) मिले, जिससे वे दूसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस के संदीप दीक्षित मात्र 4,568 वोटों (7.41%) के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
चुनाव परिणाम के प्रमुख बिंदु:
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बीजेपी की बड़ी जीत: परवेश साहिब सिंह ने अरविंद केजरीवाल को 4,089 वोटों से हराया।
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आप के लिए बड़ा झटका: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हार से आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा।
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कांग्रेस का खराब प्रदर्शन: कांग्रेस के प्रत्याशी संदीप दीक्षित केवल 7.41% वोट ही हासिल कर सके।
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नोटा का प्रभाव: 314 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को वोट न देकर NOTA को चुना।
राजनीतिक विश्लेषण:
इस चुनावी नतीजे से यह साफ है कि भाजपा को मतदाताओं का जबरदस्त समर्थन मिला, वहीं आम आदमी पार्टी को अपने गढ़ में हार का सामना करना पड़ा। यह परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा के लिए एक और बड़ी जीत साबित हो सकता है।
वहीं, कांग्रेस का खराब प्रदर्शन जारी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी को दिल्ली में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।
क्या कह रहे हैं मतदाता?
मतदाताओं का कहना है कि इस बार उन्होंने स्थानीय मुद्दों और राष्ट्रीय नेतृत्व को ध्यान में रखकर वोट दिया। भाजपा समर्थकों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और मजबूत प्रशासन के कारण उन्होंने पार्टी को वोट दिया।
वहीं, आप समर्थकों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल के प्रति बढ़ती नाराजगी और हाल के घोटालों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया।
निष्कर्ष:
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत 2025 के चुनावी समीकरणों को पूरी तरह से बदल सकती है। इस हार के बाद अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए दिल्ली की राजनीति में नई रणनीति अपनाने का समय आ गया है।
अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी अपनी हार से क्या सबक लेती है और भाजपा इस जीत को आने वाले चुनावों में किस तरह भुनाती है।
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