ओडिशा के पुरी तट से टकराएगा चक्रवाती तूफान ‘दाना’: जानें किन राज्यों पर असर और लैंडफॉल की पूरी जानकारी
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान 'दाना' जल्द ही ओडिशा के पुरी और सागर द्वीप के बीच लैंडफॉल करेगा। जानें किन राज्यों पर असर होगा और मौसम विभाग ने क्या अलर्ट जारी किया है।

1. चक्रवाती तूफान 'दाना' का प्रभाव
बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दबाव तेजी से बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान 'दाना' में तब्दील होने वाला है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह 24 अक्टूबर की शाम से 25 अक्टूबर की सुबह के बीच ओडिशा के पुरी और सागर द्वीप के बीच लैंडफॉल करेगा। इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी वर्षा और तूफान की लहरें आने की संभावना है, जिससे काफी नुकसान हो सकता है।
2. लैंडफॉल और प्रभावित राज्य
मौसम विभाग ने बताया है कि 'दाना' तूफान का लैंडफॉल ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर होगा। विशेष रूप से पुरी और सागर द्वीप के बीच इस चक्रवात के टकराने की संभावना है। इस दौरान भूस्खलन के साथ-साथ 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। ओडिशा के कटक, गजपति, और कंधमाल जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि पश्चिम बंगाल के पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और कोलकाता जैसे शहरों में अलर्ट जारी किया गया है।
3. सुरक्षा उपाय और तैयारियां
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के प्रशासन ने आपदा प्रबंधन एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। तटीय क्षेत्रों में लोगों की निकासी और शेल्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी गई है, क्योंकि तेज हवाएं और उफनती लहरें खतरनाक साबित हो सकती हैं। स्थानीय समुदायों को सलाह दी गई है कि वे आधिकारिक सूचना का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
4. भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'दाना' के कारण 24 और 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में बिजली गिरने और आंधी की भी चेतावनी दी गई है। खासकर तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण बाढ़ और जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होगा।
5. आगे की स्थिति और संभावित नुकसान
तूफान 'दाना' के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है। भूस्खलन, पेड़ों का गिरना, और बिजली आपूर्ति बाधित होना जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है और लोगों से घरों के भीतर रहने और सावधानी बरतने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर तैयारी और बचाव के उपायों से तूफान के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
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