क्या भारत युद्ध के लिए तैयार है? नागरिक सुरक्षा और 'ऑपरेशन अभ्यास' की पूरी गाइड
Discover India's comprehensive civilian safety measures amidst rising tensions. Learn about 'Operation Abhyas', emergency preparedness, and how citizens can contribute to national security.

क्या भारत युद्ध के लिए तैयार है? नागरिक सुरक्षा और 'ऑपरेशन अभ्यास' की पूरी गाइड
भारत में 7 मई 2025 को 'ऑपरेशन अभ्यास' के तहत देशव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि देश संभावित युद्ध या हवाई हमलों के लिए गंभीरता से तैयारी कर रहा है। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सुरक्षित रहने के लिए प्रशिक्षित करना और सामूहिक सुरक्षा उपायों को मजबूत करना है।
'ऑपरेशन अभ्यास' क्या है?
'ऑपरेशन अभ्यास' भारत सरकार के गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा आयोजित एक राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में तैयार करना है। यह अभ्यास 244 जिलों में आयोजित किया गया, जिसमें दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहर शामिल थे। इसमें एयर-रेड सायरन परीक्षण, ब्लैकआउट सिमुलेशन, निकासी अभ्यास और सार्वजनिक प्रशिक्षण सत्र शामिल थे।Wikipedia
नागरिकों के लिए सुरक्षा उपाय
- आपातकालीन किट तैयार रखें
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कम से कम 7 दिनों का राशन, पानी, आवश्यक दवाइयाँ और मास्क रखें।
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सीटी, टॉर्च, पावर बैंक और प्राथमिक चिकित्सा किट साथ रखें।
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बिजली का मेन स्विच और गैस सिलेंडर बंद करना न भूलें।
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परिवार के सभी सदस्यों के ब्लड ग्रुप, आधार कार्ड की कॉपी और फोटो तैयार रखें।
- बहुमंजिला इमारतों में विशेष सावधानियाँ
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सीढ़ियों का उपयोग करें, लिफ्ट से बचें।
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हर फ्लोर पर निकासी मार्ग प्रदर्शित करें।
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खिड़कियों से दूर रहें और बाथरूम या कंक्रीट वाली दीवार के पास शरण लें।
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अंधेरे में मार्गदर्शन हेतु फॉस्फर स्ट्रिप या आपातकालीन लाइटिंग लगाएं।
- सामूहिक सुरक्षा उपाय
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सभी प्रवेश द्वार पर गार्ड और CCTV अनिवार्य करें।
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इंटरकॉम और आपातकालीन अलार्म प्रणाली सक्रिय रखें।
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साप्ताहिक सुरक्षा बैठकें और मॉक ड्रिल आयोजित करें।
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महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएं।
सायरन या धमाके के बाद क्या करें?
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तुरंत जमीन पर लेट जाएं, सिर ढकें और 'ड्रॉप, कवर, होल्ड' मुद्रा अपनाएं।
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यदि घायल हैं, तो प्राथमिक उपचार करें या पास के केंद्र पर जाएं।
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अनजान वस्तु या विस्फोटक न छुएं, पुलिस को सूचित करें।
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बाहर निकलने से पहले आधिकारिक अनुमति या रेडियो अलर्ट सुनें।
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जगह छोड़ते समय सिर्फ जरूरी सामान लेकर निकलें।
मानसिक शक्ति और नेतृत्व व्यवहार
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बच्चों और बुजुर्गों को मानसिक रूप से शांत रखने के लिए संवाद करें।
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हर समय सकारात्मक सोच और संयम बनाए रखें।
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'मैं सुरक्षित हूँ' मैसेज SMS या WhatsApp से भेजें, कॉल से बचें।
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गंभीर स्थिति में भी संयम और नेतृत्व बनाए रखें, दूसरों को संभालें।
सरकारी मदद और सहयोग
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NDRF, जिला प्रशासन या नागरिक रक्षा विभाग से संपर्क बनाए रखें।
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निकटतम अस्पताल, पुलिस स्टेशन, फायर ब्रिगेड का पता और नंबर नोट करें।
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गंभीर स्थिति में 112 (ऑल-इन-वन हेल्पलाइन) पर कॉल करें।
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आपदा राहत केंद्र या सामुदायिक बंकर का पता पहले से जानें।
अतिरिक्त महत्वपूर्ण सुझाव
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अपने दस्तावेज़ का डिजिटल बैकअप Google Drive या Pendrive में रखें।
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ऑनलाइन भुगतान बंद होने पर काम आने के लिए नकद राशि रखें।
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सैन्य जानकारी सोशल मीडिया पर साझा न करें।
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साइबर हमलों से बचाव के लिए अनधिकृत ऐप/लिंक से दूर रहें।
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ब्लड बैंक में स्वैच्छिक रक्तदाता के रूप में पंजीकरण करें।
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धार्मिक या जातीय मतभेदों को दरकिनार कर एकजुट रहें।
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स्थानीय मानसिक स्वास्थ्य परामर्श सेवा बनाएं।
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पालतू जानवरों की आपात व्यवस्था भी रखें।
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महिलाओं के लिए सुरक्षा किट अनिवार्य रखें।
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बच्चों में राष्ट्र सेवा व साहस की भावना विकसित करें।
निष्कर्ष: भारत की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, नागरिकों की सुरक्षा और जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। 'ऑपरेशन अभ्यास' जैसे प्रयासों से यह स्पष्ट होता है कि सरकार नागरिकों को संभावित आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार करने के लिए गंभीर है। हमें भी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए, इन उपायों को अपनाना चाहिए और अपने समुदाय को सुरक्षित रखने में योगदान देना चाहिए।
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